खेल
भारत ने पेरिस में लहराया तिरंगा, दो घंटे में जीते चार मेडल

मनीष नरवाल ने भारत को दिलाया चौथा मेडल
नई दिल्ली। पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में अवनी लेखरा भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाली एथलीट बनी हैं। उन्होंने महिला स्टैंडिंग 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है। अवनी लेखरा ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक्स में भी गोल्ड जीता था।
पैरालंपिक्स 2024 में अवनी लेखरा की चुनौती अभी समाप्त नहीं हुई है क्योंकि वो महिलाओं की 50मीटर राइफल 3 पोजीशन में भी पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगी। इस प्रतियोगिता में अवनी ने पिछली बार ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन इस बार वो अपने पदक का रंग बदलना चाहेंगी। अवनि की इस उपलब्धि से भारतवासी गदगद हैं।
मोना अग्रवाल ने जीता कांस्य पदक
भारत की ही मोना अग्रवाल ने 228.7 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता। मोना अग्रवाल ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में 10 मीटर एयर राइफल SH1 फाइनल में तीसरा स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक जीता। पैरालिंपिक पोडियम पर अग्रवाल का यह पहला स्थान था। पदक जीतने के बाद उन्होंने बताया कि उनके लिए यह गौरव प्राप्त करना कितना कठिन था। हालांकि, उन्होंने अपने विश्वास को बनाए रखा और अंत में गौरव प्राप्त किया। 37 वर्षीय मोना ने अपना पदक अपने बच्चों को समर्पित किया।
प्रीति पाल ने रचा इतिहास
इस इवेंट के लगभग एक घंटे बाद महिलाओं का टी35 वर्ग की 100 मीटर फाइनल शुरू हुआ जहां भारत की प्रीति पाल चुनौती पेश कर रही थी। में 14.21 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय से कांस्य पदक जीता। तेईस साल की प्रीति का कांस्य पदक पेरिस पैरालंपिक की पैरा एथलेटिक्स में भारत के इतिहास का पहला पदक है।
मनीष नरवाल ने सिल्वर जीतकर रचा इतिहास

पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल (एसएच 1) इवेंट में भारत के मनीष नरवाल एक्शन में थे। मनीष ने टोक्यो में गोल्ड मेडल जीता था, ऐसे में उनसे फिर से मेडल की उम्मीद थी। मनीष नरवाल अपने गोल्ड को डिफेंड नहीं कर पाए लेकिन उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। मनीष ने 234 . 9 स्कोर किया जबकि जियोंगडू ने 237 . 4 स्कोर करके स्वर्ण पदक जीता। नरवाल क्वालीफिकेशन दौर में 565 स्कोर करके पांचवें स्थान पर रहे थे। वह लगातार दो पैरालंपिक्स में मेडल जीतने वाले देश के पहले पैरा शूटर बने। इस तरह तीन बजे तक बिना किसी मेडल के टैली में मौजूद भारत के खाते में शाम छह बजे तक चार मेडल आ गए।