मिर्ज़ापुर
जनपद में घर-घर पहुंचेगा स्वास्थ्य विभाग, कुष्ठ रोग से लड़ने की तैयारी

मिर्जापुर। जनपद में कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। जिले में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर 30 जनवरी से 13 फरवरी तक कुष्ठ रोग उन्मूलन पखवाड़ा चलाने की योजना बनाई गई है। यह अभियान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर संचालित होगा। इसमें जिला कुष्ठ रोग विभाग के कर्मचारी, जनपद स्तरीय अधिकारी और ब्लॉक स्तर के चिकित्साधिकारी मिलकर काम करेंगे।
जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. लालजी गौतम ने बताया कि अभियान के दौरान कुष्ठ रोगियों की पहचान की जाएगी और उन्हें निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए मंडलीय चिकित्सालय के अलावा जनपद के 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 45 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 186 हेल्थ सबसेंटरों पर इलाज और दवाइयों की पूरी व्यवस्था की गई है। आशा और एएनएम कार्यकर्ता घर-घर जाकर संभावित रोगियों की पहचान करेंगी।
इस अवसर पर महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को विशेष रूप से चिह्नित किया जाएगा। जिले के विभिन्न स्कूलों में कार्यक्रम और रैलियों का आयोजन किया जाएगा। इन आयोजनों में गांधीजी के प्रतीकात्मक वस्त्रों जैसे खादी की धोती और गोल फ्रेम वाले चश्मे का इस्तेमाल करते हुए उनके द्वारा कुष्ठ रोग के प्रति किए गए कार्यों को याद किया जाएगा।
डॉ. गौतम ने बताया कि कुष्ठ रोग माइक्रो बैक्टीरिया लेप्रे नामक जीवाणु से फैलता है। इसके लक्षणों में शरीर पर हल्के रंग के दाग, प्रभावित हिस्से में सुन्नता, झनझनाहट और पसीने की कमी शामिल हैं। हालांकि, यह एक सामान्य बीमारी है और एमडीटी दवा के माध्यम से इसका पूरी तरह इलाज संभव है। यदि किसी को इसके लक्षण महसूस हों, तो उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करानी चाहिए।
कुष्ठ रोग परामर्शदाता सुशील त्रिपाठी ने जानकारी दी कि सोमवार को विभाग ने 30 कुष्ठ रोगियों को कंबल और चप्पल वितरित किए। साथ ही अब तक 21 दिव्यांगों को विकलांग प्रमाण पत्र और 72 रोगियों को सेल्फ-केयर किट प्रदान की जा चुकी हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान में सहयोग करें और कुष्ठ रोग को खत्म करने में योगदान दें। महात्मा गांधी के आदर्शों पर आधारित इस पहल का उद्देश्य है कि जिले का हर नागरिक स्वस्थ और जागरूक हो।