अपराध
छात्रावास में भ्रष्टाचार का खुलासा, दो अधिकारी निलंबित

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत बड़ा कदम उठाया है। रामनगर तहसील के पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज परिसर स्थित अनुसूचित जाति छात्रावास के निरीक्षण के दौरान 5 लाख रुपए की मरम्मत राशि में भारी गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ।
छात्रावास में फैली गंदगी और रखरखाव में लापरवाही को देख मंत्री का पारा चढ़ गया। जब छात्रावास अधीक्षक संतोष कुमार ने “सॉरी” कहा तो मंत्री ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा “शर्म आनी चाहिए आपको!” निरीक्षण के दौरान मंत्री को जानकारी मिली कि हाल ही में छात्रावास में 5 लाख रुपये की मरम्मत कराई गई थी, लेकिन स्थिति बदतर थी।
मंत्री ने अभिलेखों की जांच कराई तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए। कागजों में 250 स्विच, 71 बोर्ड, 24 एमसीवी, 50 बल्ब होल्डर व 30 ट्यूब लाइट लगाए जाने का दावा किया गया था। लेकिन मौके पर नए बोर्ड नजर नहीं आए और मात्र 39 स्विच ही लगाए गए पाए गए। इससे स्पष्ट हुआ कि पुरानी सामग्री को नया दिखाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है।
इस भ्रष्टाचार में जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा और छात्रावास अधीक्षक संतोष कुमार की मिलीभगत सामने आने पर मंत्री ने दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर समाज कल्याण निदेशालय से अटैच कर दिया। साथ ही अयोध्या मंडल के डिप्टी डायरेक्टर को पूरे मामले की जांच सौंपते हुए एफआईआर दर्ज करने और सरकारी धन की वसूली के निर्देश दिए हैं।