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गंगा में आज से चल सकेंगे बजड़े, नाविकों के लिए पहचानपत्र होगा अनिवार्य

मंगलवार से बड़ी और बुधवार से छोटी नावों को भी मिल जाएगी अनुमति
वाराणसी में गंगा के घटते जलस्तर को देखते हुए, सोमवार से जल पुलिस द्वारा नौका संचालन पर लगाई गई पाबंदी हटा ली गई है। सोमवार से बजड़े चलाए जाएंगे, मंगलवार से बड़ी नावें और बुधवार से छोटी नावों को संचालन की अनुमति दी जाएगी।
नाविकों के एक समूह ने रविवार को दशाश्वमेध घाट पर जल पुलिस प्रभारी से मुलाकात की और नौका संचालन की इजाजत मांगी, जिस पर सहमति प्रदान की गई। जल पुलिस प्रभारी मिथिलेश यादव ने बताया कि सुबह 6 बजे से पहले और शाम 6 बजे के बाद नावों का संचालन नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, दिन के समय एनडीआरएफ और पीएसी की नावें जल पुलिस के साथ लगातार पेट्रोलिंग करती रहेंगी।
सुरक्षा के लिए शाम के समय ड्रैगन लाइट से लैस सिपाही नावों को नियंत्रित करेंगे। सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाली नावों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, और नाव में यात्रा करने वाले हर व्यक्ति को लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य होगा।
नाविकों और जल पुलिस प्रभारी के साथ हुई बैठक में सुरक्षा मानकों पर चर्चा हुई। जल पुलिस प्रभारी कहा कि अभी भी गंगा में पानी अधिक है और धारा भी तेज है। इसे देखते हुए नाविकों को क्षमता से आधी सवारी बैठाकर चलाने की अनुमति दी गई है।
नाविकों के लिए पहचानपत्र होगा अनिवार्य
दशाश्वमेध घाट पर नौका संचालन करने वाले नाविकों के लिए पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। इसकी निगरानी जल पुलिस करेगी। इसका निर्णय नाविकों की जल पुलिस के साथ रविवार को हुई बैठक में लिया गया। मां गंगा निषाद राज सेवा न्यास के अध्यक्ष प्रमोद मांझी ने बताया कि यह व्यवस्था दशाश्वमेध घाट पर पर्यटकों के अभद्रता, सुरक्षा और नाविकों के अलावा असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए की गई है।