सियासत
अखिलेश यादव की मांग – “यूपी के छः शहरों में खुलें मिलिट्री स्कूल”

पूर्व मुख्यमंत्री ने सेना और राष्ट्रवाद को बताया समय की जरूरत
लखनऊ। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सामरिक तनाव के बीच, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में छह नए मिलिट्री स्कूल खोलने की मांग उठाई है। उन्होंने लखनऊ, सहारनपुर, कन्नौज, इटावा, वाराणसी और संत कबीरनगर जैसे शहरों में सैन्य स्कूल स्थापित करने की आवश्यकता जताई।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय सेना की बहादुरी और शौर्य पर पूरे देश को गर्व है। ऐसे में युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण देना समय की मांग है, जिससे न सिर्फ राष्ट्र की रक्षा मजबूत होगी, बल्कि अनुशासन और देशभक्ति की भावना भी विकसित होगी।
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, धौलपुर के पूर्व छात्र रह चुके अखिलेश यादव ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस तरह की संस्थाएं केवल सैन्य शिक्षा ही नहीं देतीं, बल्कि चरित्र निर्माण और अनुशासन की मिसाल भी पेश करती हैं। उन्होंने स्कूल के आदर्श वाक्य ‘शीलम परम भूषणम्’ को याद करते हुए कहा कि यही मूल्य आज की पीढ़ी को प्रेरणा दे सकते हैं।
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह के एक विवादित बयान पर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए आपत्तिजनक बयान की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि यह न केवल एक महिला अफसर का अपमान है, बल्कि भारतीय सेना और समस्त नारी शक्ति का अपमान भी है।
उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि क्या वह खुद ऐसे मंत्री को पद से हटाएगी या देश की जागरूक जनता को इसका जवाब देना होगा। अखिलेश यादव का कहना था, “जहां चलती आई है महान परंपरा वीरता की, वहां हम सबको सीख मिलती है शूरता-शीलता की।”